'करुणात्रिपदी' की महिमा तथा आज के दौर में उसके पठन की आवश्यकता
सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू के पितृवचन से करुणात्रिपदी का महत्व और आज के समय में इसका उच्चारण करने की आवश्यकता।
सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू के पितृवचन से करुणात्रिपदी का महत्व और आज के समय में इसका उच्चारण करने की आवश्यकता।
सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापूंच्या पितृवचनातून करुणात्रिपदीचे महत्त्व व आजच्या काळात म्हणण्याची आवश्यकता
The meaning of the verses of Karunatripadi – A devotional prayer that, by the grace of Shri Gurudatta, removes fear, sins, and sorrows.
करुणात्रिपदी के श्लोकों का अर्थ – श्रीगुरुदत्त की कृपा से भय, पाप और दुखों का शमन करने वाली भक्तिपूर्ण प्रार्थना।
करुणात्रिपदीतील श्लोकांचा अर्थ – श्रीगुरुदत्तांच्या कृपेने भय, पाप व दु:खांचे शमन करणारी भक्तिपूर्ण प्रार्थना.