रामरक्षा प्रवचन - 4 । रामचरित्र की माता सीता से जुड़ा विश्व का सबसे बड़ा रहस्य क्या है?
दि. ०४ नवम्बर २००४ को हुए रामरक्षा पर आधारित प्रवचन में “सीता शक्ति:” इस रामरक्षा के प्रारंभिक चरण की पाँचवीं पंक्ति का विस्तारपूर्वक अर्थ बताते हुए सद्गुरु अनिरुद्ध बापू, हमारे जीवन में सीताजी का क्या स्थान है, श्रीराम का क्या स्थान है, रावण यानी निश्चित रूप में कौन और इस रावण को जन्म देनेवाली कैकसी यानी क्या, यह उजागर करते हैं। साथ ही, इन सीताजी को हमारे जीवन के श्रीराम से रावण कैसे दूर करता है, यह भी सद्गुरु बापू यहाँ विस्तृत रूप में बताते हैं।
उसी के साथ, सीताजी किस बात की शक्ति हैं और यह शक्ति हमें क्या प्राप्त करा देती है? और इस शक्ति से जुड़ा विश्व का सबसे बड़ा रहस्य क्या है? इन बहुत ही अहम प्रश्नों के उत्तर देकर सद्गुरु बापूजी हमें रामरक्षा स्तोत्रमंत्र पठन का महत्त्व केवल आध्यात्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक एवं वैद्यकीय दृष्टि से भी समर्पक रूप में समझाकर बताते हैं।