व्हिडिओ कॉन्फरन्सिंग - भाग ५
२.२ गुगल हॅग आउट पर व्हिडिओ कॉल का उत्तर कैसे दें?
जिस तरह हम किसी व्यक्ति को कॉल करते है तो हमे रिंग सुनायी देती हैं। उसी तरह जब हमे कोई व्हिडिओ कॉल आता है तभी अपने स्पीकर से रिंग सुनायी देती हैं और एक पॉप अप विंडो अपनी स्क्रीन पर देखायी देती हैं।
हम उस विंडो पर ‘Join video call’ बटन पर क्लिक करके वो कॉल उठा सकते हैं और यदि हम वो कॉल नही उठाना चाहते हैं तो ‘ignore’ करके उस कॉल को अस्वीकार कर सकते हैं।
२.३ ग्रुप चॅट
स्काईप में हम एक समय पर ज्यादा से ज्यादा एक ही व्यक्ति से व्हिडिओ कॉल पर बात कर सकते हैं, परन्तु गुगल हॅग आऊट की सहायता से हम ज्यादा से ज्यादा १० लोगों के ग्रुप चॅट अर्थात व्हिडिओ कॉल कर सकते हैं। यहॉ पर दिखने वाले ‘‘Add people to this chat’ बटन पर क्लिक करके हम ग्रुप व्हिडिओ कॉल भी कर सकते हैं।
तात्पर्य यह है कि ग्रुप व्हिडिओ कॉल की सहायता से हम एक छोटी मीटिंग भी कर सकते हैं। इस तंत्रज्ञान का उपयोग औद्योगिक क्षेत्र में बडे पैमाने पर किया जाता हैं।
इस तरह इस व्हिडिओ कॉन्सफरन्सिग का उपयोग करके हम, अपने मित्रों को, रिश्तेदारों को तथा प्रियजनों को व्हिडिओ कॉल कर सकते हैं। जिस तरह अपने काम्प्युटर पर हमें गुगल हँगआऊट का उपयोग कैसे करना हैं यह देखा, उसी तरह हम अपने मोबाइल पर अर्थात स्मार्ट फोन पर भी उपयोग कर सकते हैं। अब स्मार्ट फोन पर गुगल हँगआऊट का उपयोग हम कैसे कर सकते हैं, इसकी संक्षेप में जानकारी प्राप्त करेंगे।
२.४ गुगल हँगआऊट आपके मोबाइल पर (Hangout on your mobile)
जिसप्रकार स्काईप का उपयोग मोबाइल पर किया जा सकता है उसी प्रकार गुगल हँगआऊट का भी हम अपने मोबाइल पर आसानी से उपयोग कर सकते हैं।
१) सबसे पहले अपना मोबाइल चालू करें।
२) उसके बाद गुगल हँगआऊट ऍप शुरु करें। यदि अपने मोबाइल पर गुगल हँगआऊट नही होगा तो प्ले-स्टोअर (Play Store) में से हम डाऊनलोड भी कर सकते हैं।
३) जिस प्रकार हम कॉप्म्युटर पर गुगल हँगआऊट का उपयोग करते हैं उसीप्रकार इसका उपयोग अपने मोबाइल पर भी कर सकते हैं।
जब मोबाइल पर गुगल हँगआऊट का उपयोग करना हो तो आपके मोबाइल पर इंटरनेट (GPRS) का होना आवश्यक हैं।
देखो, इस लेख की शुरुआत में ही हमनें देखा कि व्हिडिओ कॉन्फरन्सिग करने के लिये हमें कॉम्प्युटर, सॉफ्टवेयरकी तथा हार्डवेअर की आवश्यकता होती है परन्तु इसी लेख के अंत में हम देख रहे हैं कि अपने रोज के मोबाइल फोन से भी हम सहजतापूर्वक व्हिडिओ कॉन्फरन्सिंग कर सकते हैं। इसका ही अर्थ है कि बदलते समय के साथ-साथ तंत्रज्ञान भी तेजी से विकसित होता जा रहा हैं। उसका उपयोग अनेक गुना बढता जा रहा है।
यदि किसी कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी को अपने कनिष्ठ अधिकारियों के साथ एक ही साथ, एक ही समय पर चर्चा करनी हो, या उनको सूचना देनी हो तो फोन जैसे माध्यम की सीमायें है। ऐसी परिस्थिती में देश के विभिन्न शहरों में रहनेवाले उन कनिष्ठ अधिकारियों को बुलाना अथवा स्वयं उनतक पहुंचने के अलावा वरिष्ठ अधिकारी के पास अन्य कोई पर्याय विगत वर्षोमें नही था। परन्तु आज व्हिडिओ कॉन्फरन्सिंग के माध्यम से यह वरिष्ठ अधिकारी एक ही जगह पर बैठकर उससे दूर अपने सहकारियों से एक ही समय में एक साथ चर्चा कर सकता हैं, मिटिंग्ज कर सकते है। तात्पर्य यह है कि व्हिडिओ कॉन्फरन्सिंग के फलस्वरुप यात्रा में लगने वाला समय, पैसा और परिश्रम सब कुछ बच गया।
स्थान और समय की मर्यादा पर विजय प्राप्त करनेवाला यह माध्यम आनेवाले समय में अत्यंत वेग से प्रगति करनेवाला है, इस बारे में किसी के भी मन में शंका नही होनी चाहिये। इसीलिये उसका उपयोग करना हमें सीखना ही चाहिये क्यों कि इस पर्याय का कोई दूसरा पर्याय ही नही हैं।
-समाप्त-