How Bhakti helps us differentiate between Good and Bad - Aniruddha Bapu
How can we differentiate between good and bad and what is 'Shravan Bhakti', the first step of Navavidha Bhakti? Sadguru Aniruddha Bapu explains in this pravachan dated 21st April 2005.
कैसे हम जीवन में होने वाले घटनाओं का सही या गलत ऐसे वर्गीकरण कर सकते हैं और नवविधा भक्ति के पहले अंग 'श्रवणभक्ती' क्या होती है, इस बारे में सद्गुरु श्री अनिरुद्ध २१ अप्रैल २००५ प्रवचन में मार्गदर्शन करते हैं|