Bapu's pravachan announcement
सर्व श्रध्दावानांस कळविण्यास मला आनंद होतो की गुरुवार दिनांक ३ सप्टेंबर रोजी परमपूज्य श्रीअनिरुद्धबापू श्रीहरिगुरुग्राम येथे नित्य उपासना व प्रवचनास उपस्थित राहणार आहेत.
या दिवशी फक्त एकच प्रवचन व तेही हिंदीतून होईल.
बापूंचे पहिले प्रवचन गोकुळाष्टमी १९९५ या दिवशी झाले व आज ह्या घटनेस वीस वर्षे झाली आहेत. परमपूज्य बापूंच्या सदगुरुंनी घालून दिलेल्या मर्यादेनुसार, यापुढे दर गुरुवारी श्रीहरिगुरुग्राम येथे म्हणजेच प्रवचनस्थळी परमपूज्य बापू फक्त एकदाच हिंदीतून बोलतील / प्रवचन करतील व दुसरे प्रवचन असणार नाही, याची सर्व श्रद्धावानांनी कृपया नोंद घ्यावी.
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I am pleased to inform all the Shraddhavans that ParamPoojya Aniruddha Bapu will be present on 3rd September at ShreeHariGuruGram for regular Upasana and Pravachan (discourse).
On that day, only one discourse will take place and that too in Hindi.
Bapu had delivered his first Pravachan (discourse) on the day of Gokulashtami in the year of 1995 and a period of twenty years has passed since that day. As per the principles (Maryada) laid down by Parampujya Bapu's Sadguru, henceforth on every Thursday at ShreeHariGuruGram (i.e. at discourse venue), there will be only one discourse of Parampujya Bapu, which will be in Hindi, and there will be no second Pravachan / discourse thereafter. All the Shraddhavans are requested to take the note of the same.
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सभी श्रद्धावानों को यह सूचित करने में मुझे खुशी होती है कि गुरुवार दिनांक ३ सितंबर को परमपूज्य श्रीअनिरुद्धबापू श्रीहरिगुरुग्राम में नित्य उपासना एवं प्रवचन के लिये उपस्थित रहनेवाले हैं।
इस दिन केवल एक ही प्रवचन और वह भी हिंदी में होगा।
बापू का पहला प्रवचन गोकुलाष्टमी १९९५ के दिन हुआ था और इस घटना को आज बीस साल हो चुके हैं। परमपूज्य बापू के सदगुरु द्वारा दी हुई मर्यादा के अनुसार, आज के पश्चात हर गुरुवार श्रीहरिगुरुग्राम में यानी प्रवचनस्थल पर परमपूज्य बापू केवल एक बार हिन्दी में बोलेंगे / प्रवचन करेंगे और उसके बाद दूसरा प्रवचन नहीं होगा| सभी श्रद्धावानों से विनति है कि कृपया वे इस बात पर गौर करें।
॥ हरि ॐ ॥ ॥ श्रीराम ॥ ॥ अंबज्ञ ॥