सद्गुरु अनिरुध्द बापूजी ने लिखे ग्रंथों की किंडल आवृत्ति उपलब्ध
आज से मोठी आई (मां चण्डिका) के उत्सव का यानी चैत्र नवरात्री का आरंभ हुआ है। श्रद्धावानो की सुविधा के लिए, बापूजी ने लिखे ग्रंथों की किंडल आवृत्ति
आज से मोठी आई (मां चण्डिका) के उत्सव का यानी चैत्र नवरात्री का आरंभ हुआ है। श्रद्धावानो की सुविधा के लिए, बापूजी ने लिखे ग्रंथों की किंडल आवृत्ति
Alpha to Omega Newsletter - April 2017 - This covers about the various events organised by Shree Aniruddha Upasana Foundation
Aniruddha Bapu - सीतामैया की खोज करने हनुमान जी के साथ निकला वानरसमूह सागरतट तक पहुँच जाता है, यहाँ से सुन्दरकांड का प्रारंभ होता है। उसके बाद हनुमान जी सागर पर से उडान भरकर लंका में प्रवेश करके जानकीमाता की खोज करते हैं और लंका को जलाकर फिर श्रीराम के पास लौटकर उन्हें सब कुछ बताते हैं। उसके बाद बिभीषण जी भी श्रीराम की शरण में आ जाते हैं और वानरसैनिकों के साथ प्रभु श्रीराम सेतुनिर्माण कार्य का आरंभ करते हैं। इस घटनाक्रम का वर्णन सुंदरकांड में किया गया है।
Aniruddha Bapu - सीतामाईच्या शोधाकरिता हनुमंताबरोबर निघालेल्या वानरांचा समूह समुद्रकाठी पोहोचतो इथपासून सुंदरकांडाची सुरुवात होते. त्यानंतर हनुमंत समुद्रावरून उड्डाण करून लंकेत प्रवेश करून सीतेचा शोध घेतो व लंका जाळून पुन्हा श्रीरामांच्या चरणांशी येऊन त्यांना वृत्तांत निवेदन करतो. मग बिभीषणही श्रीरामांकडे येतो व श्रीराम वानरसैनिकांसह सेतू बांधण्यास सुरुवात करतात. असा हा घटनाक्रम सुंदरकांडात वर्णिला आहे.
ShreeShwasam - Pravachan of Sadguru Aniruddha Bapu on ShreeShwaasam - English TranslationThe Supreme Thing – ‘ShreeShwasam’.