गणेश जी का स्वागत एक प्रिय पारिवारिक सदस्य की तरह करें, प्रेमपूर्वक नैवेद्य अर्पित करें, बिना किसी प्रतिस्पर्धा के आरती करें, और जब वे विदा लें, तो भावपूर्वक कहें - अगले साल जल्दी आना!