रीक्रीएशन यानी क्या (What is Recreation) - Aniruddha Bapu
परमपूज्य सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने १४ जनवरी २०१६ के पितृवचनम् में ‘रीक्रीएशन यानी क्या’, इस बारे में बताया।
Recreation center, recreational work, recreational acts, recreational adjustments. Recreation. आप ऑफिस में जाईये, कहीं कार्यालय में जाईये, मॉल में जाईये, होटल में जाईये, कहीं, जो भी है वहां ये recreation या recreational. अगर हम लोग इसका मतलब ढूंढना चाहते हैं डिक्शनरी में तो आसान है, आप सभी लोगों के पास डिक्शनरी है। इसका मिनींग क्या बताया जाता है हम लोगों को, तो मनोरंजन। यानी हम लोग ये भूल जाते हैं कि ये कई जगह इसकी जो डिटेल्ड डिक्शनरीज होती है उसमे मतलब दिया जाता है, वह ऐसा है कि काम करने के बाद जो मनोरंजन आवश्यक होता है, उसे रिक्रिएशन कहते हैं, काम करने के बाद।
काम किये बिना जो मनोरंजन होता है वो रिक्रिएशन नहीं होता। क्योंकि वर्ड देखिये खुद, ये शब्द देखिये Re-creation. Do it, redo it. pent repent. So recreation, काम करने के बाद हम लोग create करते हैं कुछ, कुछ शक्ति पैदा होती है, कुछ फल पैदा होता है, कुछ काम होता है, that is creation. Recreation, यानी अभी काम किया है मैंने, उस काम करने के बाद, दूसरा काम शुरु करने से पहले मुझे क्या चाहिये Recreation Activity चाहिये।
यानी क्या चाहिये। यानी एक काम पूरा होने के बाद दूसरा काम करने के लिये जो ताकद है, वो कमाने के लिये, वो ताकद हासिल करने के लिये, प्राप्त करने के लिये हम लोग जो विश्राम करते हैं, जो मनोरंजन का आस्वाद लेते हैं वही recreation है, इस बारे में हमारे सद्गुरु अनिरुद्ध बापू ने पितृवचनम् में बताया, जो आप इस व्हिडिओ में देख सकते हैं।