कोरियन क्षेत्र में खतरा बढ़ा
उत्तर कोरिया में परमाणु विकिरण होने से चीन, जापान में लाखों को खतरा – दक्षिण कोरिया की मानव अधिकार संगठन की चेतावनी
सेउल – उत्तर कोरिया ने शुरू किए परमाणु और मिसाइल परीक्षण की वजह से परमाणु विकिरण होने का खतरा भीषण स्तर तक बढ़ा है। दस लाख से अधिक उत्तर कोरियन जनता के अलावा दक्षिण कोरिया, चीन और जापान के नागरिकों को भी इस परमाणु विकिरण से खतरा हो सकता है, ऐसी चेतावनी दक्षिण कोरिया के मानव अधिकार संगठन ने दिया। यह परमाणु संकट टालने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण के ठिकानों का निरीक्षण करे, ऐसा सुझाव इस मानव अधिकार संगठन ने दिया है। उत्तर कोरिया सातवां परमाणु परीक्षण करने की तैयारी में होने की स्थिति में इस संगठन की यह चेतावनी बड़ी गंभीर है।
साल २००७ से २०१७ के दौरान उत्तर कोरिया ने कुल छह परमाणु परीक्षण किए थे। हांग्योंग प्रांत के प्युंगे-री अड्डे पर यह परीक्षण किए गए थे। उत्तर कोरिया अपना सातवां परमाणु परीक्षण भी इसी अड्डे पर करेगा, यह दावा किया जा रहा है। इसके लिए उत्तर कोरिया ने अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ाई हैं। पिछले साल उत्तर कोरिया ने अपनी परमाणु नीति में बदलाव करने के बाद सातवां परीक्षण सबसे बड़ी क्षमता का होगा, यह दावा किया जा रहा है।
उत्तर कोरिया ने परमाणु क्षमता की दो बैलेस्टिक मिसाइलें दागीं – नए साल में तीसरा परीक्षण
प्योनगैन्ग/टोकियो/सेउल – शनिवार को अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण करने के बाद उत्तर कोरिया ने मात्र ४८ घंटों में दो नई बैलेस्टिक मिसाइलें दागीं। सोमवार सुबह दागी गईं यह मिसाइलें पैस्फिक महासागर में जापान के ‘एक्सक्ल्यूज़िव इकॉनॉमिक ज़ोन’ (ईईज़ेड) के बाहरी हिस्से में गिरने की जानकारी जापानी सुत्रों ने साझा की। यह मिसाइल दागते समय किम जाँग उन की बहेन किम यो जाँग ने पूरा पैसिफिक क्षेत्र उत्तर कोरिया के लिए ‘फायरिंग रेंज’ होने की चेतावनी दी है। सोमवार को दागी गई मिसाइलें नए साल में उत्तर कोरिया द्वारा बैलेस्टिक मिसाइल दागी जाने की तीसरी घटना है।
सोमवार सुबह उत्तर कोरिया ने अपने पूर्व तट पर स्थित अड्डे से एक के बाद एक दो बैलेस्टिक मिसाइलें दागीं। दोनों मिसाइलों की मारक क्षमता ३३५ से ४०० किलोमीटर के दौरान थी। लौन्चर्स से यह मिसाइल दागने का बयान उत्तर कोरिया की वृत्तसंस्था ने अपने वृत्त में किया है। यह मिसाइल ‘टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन’ का हिस्सा होने का दावा भी कोरिया के माध्यमों ने किया। जापान के रक्षा विभाग ने इन दोनों मिसाइलों ने ५० से १०० किलोमीटर की उंचाई प्राप्त करने की जानकारी साझा की।
उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के बाद अमरीका और दक्षिण कोरिया का संयुक्त हवाई युद्धाभ्यास का आयोजन – अमरिकी बॉम्बर ने भी किया प्रदर्शन
सेउल – शनिवार दोपहर उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण का दक्षिण कोरिया ने प्रत्युत्तर दिया है। रविवार को दक्षिण कोरिया और अमरीका ने ‘एअर डिफेन्स आइडेंटिफिकेशन ज़ोन’ में हवाई युद्धाभ्यास किया। इसमें ‘एफ-१५’, ‘एफ-१६’ और ‘एफ-३५’ लड़ाकू विमानों के साथ अमरिकी बॉम्बर विमान भी शामिल था। दक्षिण कोरिया की सुरक्षा के लिए खतरा निर्माण होने पर अमरीका शीघ्रता से अपने रक्षाबलों को कैसे कार्यरत करेगी, इसका परीक्षण इस युद्धाभ्यास में होने की जानकारी दक्षिण कोरिया के रक्षा विभाग ने प्रदान की है। इस युद्धाभ्यास की पृष्ठभूमि पर उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग उन की बहन किम यो जाँग ने अमरीका और दक्षिण कोरिया को फिर से धमकाया है।
हवाई युद्धाभ्यासकुछ ही हफ्ते पहले अमरीका ने कोरिया के साथ दो युद्धाभ्यास करने का ऐलान किया था। इसके बाद उत्तर कोरिया ने आक्रामक भूमिका अपनाई है और लगातार दोनों देशों को धमका रहा है। शुक्रवार को उत्तर कोरिया ने फिर से धमकी देते हुए कहा कि, इस युद्धाभ्यास का प्रत्युत्तर दिया जाएगा। इसके मात्र २४ घंटों के भीतर उत्तर कोरिया ने अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। शनिवार दोपहर को किए गए इस परीक्षण के दौरान वर्णित मिसाइल ने लगभग छह हज़ार किलोमीटर उंचाई तक उड़ान भरी थी।
उत्तर कोरिया ने किया अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण – नए साल में किया गया यह दूसरा परीक्षण है
प्योनगैन्ग/टोकियो/सेउल – अमरीका और दक्षिण कोरिया को शुक्रवार के दिन धमकाने के बाद मात्र २४ घंटों के भीतर उत्तर कोरिया ने अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। शनिवार दोपहर को किए गए इस परीक्षण के दौरान दागी गई मिसाइल ने लगभग छह हज़ार किलोमीटर की उड़ान भरने का दावा जापानी सूत्र ने किया। उत्तर कोरिया की राजधानी प्योनगैन्ग के करीब सुनान अड्डे से यह परीक्षण किए जाने का बयान दक्षिण कोरिया ने किया है। साल २०२३ में उत्तर कोरिया द्वारा किया गया यह दूसरा परीक्षण है। इससे पहले १ जनवरी को उत्तर कोरिया ने छोटी दूरी की तीन बैलेस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था।
अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइलपिछले हफ्ते उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग उन ने अपनी सेना को युद्ध की तैयारी करने के आदेश दिए थे। वरिष्ठ सेना अधिकारियों से हुई चर्चा के बाद किम जाँग की चेतावनी को अहमियत प्राप्त होने का बयान दक्षिण कोरियन माध्यमों ने किया था। इसके दो दिन बाद उत्तर कोरियन सेना की सबसे बड़ी परेड हुई। इस दौरान ११ अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक और एक द्रव-ईंधन पर आधारित लंबी दूरी की मिसाइल का पहली बार प्रदर्शन किया गया था। उत्तर कोरिया की तानाशाही हुकूमत का अब तक का यह सबसे बड़ा जंगी सामर्थ्य का प्रदर्शन था। इसके बाद दक्षिण कोरिया, जापान, एवं अमरीका के माध्यमों ने उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरे पर ध्यान आकर्षित किया था।
शत्रु देश उत्तर कोरिया यकायक हमला कर सकता है – दक्षिण कोरिया की ‘डिफेन्स रिपोर्ट’ की चेतावनी
सेउल – ‘शत्रु देश उत्तर कोरिया लगातार परमाणु अस्त्रों समेत जैव और रासायनिक हथियार विकसित कर रहा है। इस क्षमता का इस्तेमाल सामरिक हमलों के लिए किया जा सकता है। उत्तर कोरिया यकायक दक्षिण कोरिया पर हमला करने के लिए तैयार है’, ऐसी चेतावनी दक्षिण कोरिया ने दी। उत्तर कोरिया ने परमाणु विस्फोटक वाहक लंबी दूरी की मिसाइलों का प्रदर्शन किया था। उत्तर कोरिया की तानाशाही हुकूमत का यह अब तक का सबसे बड़ा जंगी सामर्थ्य का प्रदर्शन था। इस पृष्ठभूमि पर दक्षिण कोरिया ने नई रक्षा रपट में उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरे को लेकर दी हुई चेतावनी ध्यान आकर्षित कर रही है।
शत्रु देशगुरूवार को दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष यून सुक येओल की सरकार ने पहली बार ‘डिफेन्स रिपोर्ट’ पेश की। इसमें उत्तर कोरिया को स्पष्ट रूप से से शत्रु कहना अहमियत रखता है। दिसंबर में उत्तर कोरिया की हुकूमत ने दक्षिण कोरिया का ज़िक्र शत्रु देश कहकर ही किया था। इसका दाखिला देते हुए उत्तर कोरिया की हुकूमत और सेना अब दक्षिण कोरिया के शत्रु हैं, ऐसा इशारा डिफेन्स रिपोर्ट में दिया गया है। इस रपट में उत्तर कोरिया अपने देश की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया गया है।
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