ऑनलाईन प्रिकॉशन्स – भाग ३
ऑनलाइन सर्फिंग
हम हमारी जरूरतों के अनुसार तो कभी हमारी इच्छानुसार पसंदीदा वेब पेजेस् देखते हैं, पढ़ते है। एक पेजसे दूसरे पेज पर जाते रहते है, इसे ही सिंपल भाषा में सर्फिंग कहा जाता है। इस समय वायरस या हॅकिंग जैसी चीजों का धोका, खतरा अधिक होता है। इसके लिए एंण्टी-वायरस सॉफ्टवेअर जैसे अन्य कुछ चीजों पर ध्यान देना आवश्यक है। एक नई वेबसाइट पर जाने के बाद किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसके बारे में जानकारी पूरी होना आवश्यक है। किसी भी ई-मेल से या अन्य माध्यमों से एक अनजान वेबसाइट की लिंक दिखने पर उसपर क्लिक न करे। उस वेबसाइट की युआरएल हम टाइप कर कें डायरेक्ट वेबसाइट पर जाना ज्यादा अच्छा होगा। किसी भी वेबसाइट पर या कही भी पासवर्ड या अन्य निजी जानकारी ऍड ना करे। ऐसी जानकारी पुछनेवाली जगहों पर हॅकींग का खतरा हो सकता है। उदाहरण स्वरूप हमें बुकिंग करना है, उस समय हमारे अकाउंट की नीजीं जानकारी या पासवर्ड पुछने पर संबंधित साईट ऑफिशिअल न होकर ‘फेक’ मतलब झूठी होने की आशंका होती है। आजकल अनेक वेबसाइट से ही सुरक्षितता की जिम्मेदारी ली जाती है। उसके लिए बहुत सी साइट्स एस.एस्.एल.(सिक्युरिटी सॉकेट लेयर) तंत्रज्ञान का (तकनीक) इस्तेमाल करती है। सिम्पल शब्दों में कहा जाए तो ऐसे वेबसाइट के एड्रेस की शुरुआत ‘http:’ के बजाय ‘https:’ इस पद्धतीसे होती है। इसीलिए ‘https:’ होनेवाली लिंक्स इस्तेमाल करनाही सुरक्षित है।
सर्फिंग करते समय हमें अगर विशिष्ट, खास साइट चाहिए तो उसका नाम ‘सर्चबार’ में डाल ने से बहुत सारे ऑप्शन्स हमें दिखाई पडते है। साथ ही हमें जो साइट चाहिए उसके अधिकृत वेबसाइट भी हमें उस लिस्ट में मिल सकते हैं।
ऑनलाइन बैंकिंग
आजकल बैंको के व्यवहार भी कॉम्प्युटर से किए जाते है। ऑनलाइन बैंकिंग की सेवा सबसे आसान होती है, लेकिन थोडी सावधानी बरतनी भी जरूरी है। बैंकों से सप्लाई किए जानेवाली अलग-अलग सेवाओं की जानकारी देनेवाली या अन्य कारणवश ई-मेल आते रहते हैं। उस समय ई-मेल के लिंक पर क्लिक न करते हुए बैंक के मुख्य वेबसाइट पर जाकर वहॉं से हमें जो जानकारी चाहिए वह लेनी चाहिए। साथ ही हमारे पास रहनेवाले डेबिट अथवा क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते समय भी विशेष सावधानी बरतें। कोई भी बैंक हमारा पासवर्ड या अन्य गुप्त जानकारी नही पुछता। इसीलिए हम काम कर रहे साईट का लिंक ऑफिशिअल हो इसका यकीन कर ले। साइबर कैफे, या वाई-फाई सेवा देनेवाली अन्य सार्वजनिक जगहों पर बैंकिंग के ऑनलाइन व्यवहार न करे। साथ ही इन जगहों पर डेबिट या क्रेडिट कार्ड के बारे में ऑनलाइन जानकारी भरते समय सावधानी से भरे, सच तो ऐसी जगहों को टालना ही समझदारी है।
ऑनलाइन शॉपिंग
आजकल ऑनलाइन शॉपिंग तीव्रता से फैल रहा है। इंटरनेट से आर्डर करके घर के घर मिलनेवाली वस्तूए मतलब ऑनलाइन शॉपिंग। इस के अतिरिक्त बहुत ही दुर्लभ एवम् वैशिष्टय से परिपूर्ण डिझाइन्स या वस्तुए यह एक मुख्य आकर्षण है। एक साईट पर मिलनेवाली वस्तु दूसरी जगह पर वैसी ही मिलना यहाँ पर मुश्किल होता है। एक ओर से बहुत लोग इस सुविधा का फायदा ले रहे है। यह अत्यंत अच्छी बात है। अगर हमने कोई वस्तु आर्डर की है तो आवश्यक उतनीही जानकारी भर दीजिए। अन्य प्रकार की निजीं जानकारी पूछी गई हो तो उस साईट से कुछ भी खरीदारी न करनाही उचित होगा।
कुछ समय अत्यंत बडे महेंगे किमत की वस्तु आकर्षक किफायती दरों में उपलब्ध होने का विज्ञापन इंटरनेट पर आता है। यह किफायतीदार बहुत ही कम समय के लिए उपलब्ध है ऐसा उस पर लिखा जाता है। ऐसे साईट्स को भी अगर आप ना खोले तो ही अच्छा है। क्योंकि आर्डर करते समय पूरी जानकारी लेने के बाद इतने दिनों में आपकी वस्तू आपको मिल जाएगी ऐसा कहा जाता है।
हमारे कार्डस् के बार में पूछा जाता है, लेकिन वस्तु हमारे पास नहीं पहुँचती। इसीलिए बहुत ही कम किमत बतानेवाले या उचित से अधिक सहुलियत देनेवाली साइट्स को ऑन लाइन शॉपिंग के लिए ना अपनाए। अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड की जानकारी (पिन नं. आयडी) किसी भी कारण के लिए किसी को भी ना दे। साथ ही हमेशा ऑफिशिअल साइट् का इस्तेमाल करे। ऑनलाईन शॉपिंग साइट पर अकाउंट ओपन करते समय भी पहले बताए गए तरीकोंसे सावधानी लेना महत्त्वपूर्ण है। कुछ समय शॉपिंग कार्ट में ऍड की गई वस्तु या पूरी आर्डर रद करनी हो, तो आर्डर रद करके शॉपिंग कार्ट खाली हुआ है इस का यकीन कर लें।
ऑनलाइन सर्फिंग हो, ई-मेलिंग हो, बैंकिंग या शॉपिंग हो, हमारा काम होने पर पूरी तरह से साइन आउट या लॉग आउट हुआ है की नही यह यकीन कर लेना आवश्यक है। इंटरनेट ब्राउजर डायरेक्ट बंद ना करे बल्कि साइन आउट करने की जरूरत है। जिसकी वजह से हमारी जानकारी कोई भी गलत पद्धतीसे इस्तेमाल ना कर सके।
‘पहले हमेशा सावधानी’, यह समर्थ रामदास स्वामी के कहने के अनुसार काम करते समय सावधानी बरतना अधिक फायदेमंद होगा। कार्य के यश में सावधानी सबसे बडी चीज है। इंटरनेट पर काम करते समय भी इस सावधानी का हमें फायदा होता है। इसीलिए हम और भी सुरक्षितता से और प्रगल्भता से इंटरनेट का इस्तमाल कर सकते है। हॅव अ सेफ इंटरनेट जर्नी!
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