प्रवचन नहीं, बस बातें (No Pravachan, only a Talk) - Aniruddha Bapu
परमपूज्य सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने अपने ३ सितंबर २०१५ के प्रवचन में ‘प्रवचन नहीं, बस बातें’ इस बारे में बताया।
आनिरुद्ध बापू ने अपने प्रवचन में कहा - ‘मैंने पहले दिन से कहा कि मैं यहां आप को जो अच्छा लगता है, किसी को भी अच्छा लगता है, वह बोलने के लिए कभी नही बैठा हूँ... और कभी मैंने इस पद्धति का अनुनय भी नहीं किया। जो मुझे अच्छा लगता है, वह भी मैं नहीं बोलता| जो मेरी माँ को अच्छा लगता है, जो मेरी मॉं का कहना है, जो मॉं के बोल हैं, जो मेरे सद्गुरुजी के बोल हैं, उन्हीं के अनुसार मैं बात करता हूँ । मैने ग्रंथ में भी लिखा है| इस में मेरा कुछ भी नहीं है। बार बार। जो भी है, सब कुछ, मेरा हर श्वास सिर्फ मेरी मॉं का है। सब कुछ जब उन्हीं का है। तो मैं यह कैसे कह सकता हूं कि यह मेरा है? इट इज इम्पॉसिबल। ओके? सो इसीलिए मैंने पहले दिन से आज तक उसी हिसाब से कार्य किया है, अभी भी इसी तरह हम लोग मिलते रहेंगे।’
‘तो अभी जो है, हमारी बातें होंगी, उस में सब कुछ आ जाएगा। सबकुछ आने वाला है। लेकिन वह प्रवचन नहीं होगा । यह एक बाप की अपने बच्चों के साथ बात होगी, एक दोस्त की अपने प्यारे दोस्तों के साथ मुलाकात होगी। राइट? और ऐसी बातों से हम लोग आगे चलते रहेंगे। "और आप का बोलना कितना होगा बापू? पहले था एक घंटा, तो दो घंटे बोलिए आप प्लीज।” ऐसा कुछ नहीं। मुझे लगा तो मैं दो घंटे भी बात करूंगा, लगा तो एक घंटा भी करूंगा, नहीं तो पांच मिनिट भी करूंगा। ओके’? सो जो इस काल की जरूरत होगी... अब मेरा हर कदम ऐसे ही आगे बढ रहा है कि जो इस आने वाले काल की जरूरत है, उस के अनुसार मेरी बात होगी।’ यह हमारे सद्गुरु अनिरुद्ध बापू ने प्रवचन में बताया, जो आप इस व्हिडिओ में देख सकते हैं
॥ हरि ॐ ॥ ॥ श्रीराम ॥ ॥ अंबज्ञ ॥