ईरान से जुड़ा खतरा बढ़ने लगा

परमाणु कार्यक्रम पर तनाव बढ़ने की स्थिति में अमरीका और ईरान के युद्धपोत आमने-सामने

वॉशिंग्टन/तेहरान – ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर जारी बातचीत स्थगित होने से अमरीका और ईरान के बीच तनाव बढ़ रहा है और इसी दौरान दोनों देशों के युद्धपोत खतरनाक तरिके से आमने-सामने आने की घटना सामने आयी है। अमरीका के ‘फिफ्थ फ्लीट’ ने इस घटना की जानकारी प्रदान की है। इसके अनुसार अमरिकी युद्धपोत होर्मूझ की खाड़ी से यात्रा करते समय ईरान के स्पीडबोटस्‌ ने मात्र ५० यार्ड की दूरी से यात्रा की। इस दौरान अमरिकी युद्धपोतों ने ‘वॉर्निंग सिग्नल’ एवं ‘फ्लेअर’ का इस्तेमाल करके ईरान के स्पिडबोटस्‌ को खदेड़ दिया, यह जानकारी अमरिकी अधिकारियों ने साझा की। 

ईरान के परमाणु समझौते पर जारी बातचीत फिलहाल नाकाम होने की बात मानी जा रही है। ईरान ने परमाणु हथियारों का निर्माण करने के लिए सेंट्रीफ्यूजेस कार्यान्वित करने की प्रक्रिय गतिमान की है। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग ने भी ईरान यूरेनियम का संवर्धन करने की कोशिश में होने का दावा किया है। ईरान के भूमिगत परमाणु प्रकल्प फोर्डो में यह प्रक्रिया शुरू होने का बयान आयोग ने किया है। इस वजह से ईरान फिर से परमाणु हथियारों का निर्माण करने की दिशा में तेज़ कदम उठाने से संबंधित दावों को समर्थन प्राप्त हुआ है।

 

ईरान को जवाब देने के लिए इस्रायल के पास विकल्प है – इस्रायली रक्षामंत्री का इशारा

जेरूसलम – तुर्की में इस्रायली पर्यटकों की सुरक्षा को ईरान से खतरा होने की बात कहकर इस्रायल के प्रधानमंत्री ने यह इशारा दिया कि, ईरान को बड़ी कीमत चुकानी होगी। इसके कुछ ही घंटों बाद इस्रायल के रक्षामंत्री बेनी गांत्ज़ ने ईरान को धमकाया। ‘इस्रायली पर्यटकों को लक्ष्य करने का काम ईरान ना करे क्योंकि, यदि आवश्‍यकता निर्माण हुई तो ईरान को जवाब देने के लिए इस्रायल ने विकल्प तैयार रखे हैं’, ऐसा इशारा रक्षामंत्री गांत्ज़ ने दिया। साथ ही तुर्की में स्थित इस्रायली नागरिकों को सुरक्षा यंत्रणा की सूचनाओं का पालन करने का आवाहन भी इस्रायली रक्षामंत्री ने किया।

इस्रायल ने पिछले कुछ महीनों से ईरान के विरोध में छुपा युद्ध तीव्र करने का दावा किया जा रहा है। ईरान का परमाणु कार्यक्रम और रिवोल्युशनरी गार्डस्‌ से संबंधित अधिकारी और सैनिकों की हत्या या संदिग्ध मौतें हो रही हैं। पिछले दस दिनों में ड्रोन निर्माण से जुड़े दल के तीन सैनिक मारे गए हैं। इन हमलों के पीछे इस्रायल का हाथ होने का आरोप ईरान के माध्यम लगा रहे हैं। इस छुपे युद्ध की वजह से गुस्सा हुआ ईरान भी विदेश में स्थित इस्रायली संबंधों को लक्ष्य कर सकता है, ऐसा इस्रायली विश्‍लेषकों ने कहा था।

पर्शियन खाड़ी की सुरक्षा के लिए ईरान की नौसेना सक्षम – ईरान के नौसेनाप्रमुख का ऐलान

तेहरान – ‘समुद्री सरहदों की सुरक्षा के लिए ईरान की नौसेना सक्षम है। इसके साथ ही विदेशी नौसेना के बिना भी ईरान पर्शियन खाड़ी की रक्षा कर सकती है’, ऐसा ऐलान नौसेनाप्रमुख रिअर एडमिरल शाहराम इरानी ने किया। ईरान के नौसेनाप्रमुख अपनी तैयारी का बयान कर रहे थे तभी, अमरिकी वेबसाईट ने पर्शियन खाड़ी में गश्‍त लगा रहे अपने देश के विमान वाहक युद्धपोतों को आगाह किया। ईरान के टोर्पेडो अमरिकी विमान वाहक युद्धपोतों को लक्ष्य कर सकते हैं, यह दावा इस वेबसाइट ने किया।

ईरान की नौसेना की क्षमता अब तक गतिमान गश्‍तपोत और छोटे आकार के विध्वंसक एवं पनडुब्बियों तक सीमित थी। लेकिन, पिछले कुछ सालों से ईरान ने अपनी नौसेना की क्षमता बढ़ाने के लिए तेज़ कदम उठाए हैं। इसके लिए ईरान ने अपनी नौसेना के बेड़े में ड्रोन्स का समावेश करने की बात स्पष्ट हुई थी। इसी के साथ बड़े आकार के विध्वंसकों का निर्माण करने का ऐलान भी ईरान ने किया था। इस्रायली माध्यमों ने ईरान के बंदरगाहों में जारी विध्वंसकों के निर्माणकार्य के सैटेलाईट से प्राप्त फोटो जारी किए थे।

ईरान को इस्रायलियों पर हमला करने की बड़ी कीमत चुकानी होगी – इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट

तेहरान – ‘समुद्री सरहदों की सुरक्षा के लिए ईरान की नौसेना सक्षम है। इसके साथ ही विदेशी नौसेना के बिना भी ईरान पर्शियन खाड़ी की रक्षा कर सकती है’, ऐसा ऐलान नौसेनाप्रमुख रिअर एडमिरल शाहराम इरानी ने किया। ईरान के नौसेनाप्रमुख अपनी तैयारी का बयान कर रहे थे तभी, अमरिकी वेबसाईट ने पर्शियन खाड़ी में गश्‍त लगा रहे अपने देश के विमान वाहक युद्धपोतों को आगाह किया। ईरान के टोर्पेडो अमरिकी विमान वाहक युद्धपोतों को लक्ष्य कर सकते हैं, यह दावा इस वेबसाइट ने किया।

ईरान की नौसेना की क्षमता अब तक गतिमान गश्‍तपोत और छोटे आकार के विध्वंसक एवं पनडुब्बियों तक सीमित थी। लेकिन, पिछले कुछ सालों से ईरान ने अपनी नौसेना की क्षमता बढ़ाने के लिए तेज़ कदम उठाए हैं। इसके लिए ईरान ने अपनी नौसेना के बेड़े में ड्रोन्स का समावेश करने की बात स्पष्ट हुई थी। इसी के साथ बड़े आकार के विध्वंसकों का निर्माण करने का ऐलान भी ईरान ने किया था। इस्रायली माध्यमों ने ईरान के बंदरगाहों में जारी विध्वंसकों के निर्माणकार्य के सैटेलाईट से प्राप्त फोटो जारी किए थे।

 

नए प्रतिबंधों के कारण अमरीका पर भरोसा करना मुमकिन ना होने की बात साबित हुई – ईरान के राष्ट्राध्यक्ष की आलोचना

तेहरान – ‘समुद्री सरहदों की सुरक्षा के लिए ईरान की नौसेना सक्षम है। इसके साथ ही विदेशी नौसेना के बिना भी ईरान पर्शियन खाड़ी की रक्षा कर सकती है’, ऐसा ऐलान नौसेनाप्रमुख रिअर एडमिरल शाहराम इरानी ने किया। ईरान के नौसेनाप्रमुख अपनी तैयारी का बयान कर रहे थे तभी, अमरिकी वेबसाईट ने पर्शियन खाड़ी में गश्‍त लगा रहे अपने देश के विमान वाहक युद्धपोतों को आगाह किया। ईरान के टोर्पेडो अमरिकी विमान वाहक युद्धपोतों को लक्ष्य कर सकते हैं, यह दावा इस वेबसाइट ने किया।

ईरान की नौसेना की क्षमता अब तक गतिमान गश्‍तपोत और छोटे आकार के विध्वंसक एवं पनडुब्बियों तक सीमित थी। लेकिन, पिछले कुछ सालों से ईरान ने अपनी नौसेना की क्षमता बढ़ाने के लिए तेज़ कदम उठाए हैं। इसके लिए ईरान ने अपनी नौसेना के बेड़े में ड्रोन्स का समावेश करने की बात स्पष्ट हुई थी। इसी के साथ बड़े आकार के विध्वंसकों का निर्माण करने का ऐलान भी ईरान ने किया था। इस्रायली माध्यमों ने ईरान के बंदरगाहों में जारी विध्वंसकों के निर्माणकार्य के सैटेलाईट से प्राप्त फोटो जारी किए थे।

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