ईरान परमाणु समझौता और जुडी ख़बरें

ईरान के परमाणु समझौते को रशिया कमज़ोर ना करे – अमरीका एवं यूरोपिय देशों का बयान

वॉशिंग्टन/तेहरान/मास्को – यूक्रैन के संघर्ष के कारण पश्‍चिमी देशों ने रशिया पर लगाए प्रतिबंध ईरान के परमाणु समझौते के लिए बाधा बन सकते हैं, ऐसा इशारा रशिया ने कुछ दिन पहले दिया था| साथ ही, यह प्रतिबंध रशिया और ईरान के सहयोग को नुकसान पहुँचानेवाले साबित नहीं होंगे, इसकी पश्‍चिमी देश गारंटी दें, यह माँग रशिया ने की थी| लेकिन, यह माँग फिजूल है और ईरान के परमाणु समझौते में रशिया बाधा बन है, ऐसी आलोचना अमरीका और यूरोपिय देशों ने की है| साथ ही इस परमाणु समझौते के लिए ईरान के सामने उपलब्ध ‘अवसर की खिड़की’ बंद हो रही है, यह इशारा यूरोपिय देशों ने दिया|

पिछले हफ्ते वियना में हुई बातचीत में शामिल हुए ‘ई ३’ यानी ब्रिटेन, फ्रान्स और जर्मनी ने ईरान का परमाणु समझौता अब अंतिम चरण में होने का ऐलान किया था| बायडेन प्रशासन ने भी ईरान का परमाणु समझौता जल्द से जल्द मुमकिन होने के संकेत दिए हैं| लेकिन, वियना की बातचीत में शामिल हुई रशिया ने अमरीका और यूरोपिय देशों के सामने परमाणु समझौते में अधिक स्पष्टता लाने की माँग उठाई|

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‘ईरान’ खाड़ी का प्रमुख खलनायक और सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा खतरा – अमरीका के सेंटकॉमप्रमुख

तेहरान – ‘इस्लामी और अरब देशों का सबसे बड़ा शत्रु इस्रायल है और यह बात कोई भी ना भुले’, यह दावा ईरान के सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा काऊन्सिल के प्रमुख अली शामखानी ने किया| कुछ घंटे पहले सौदी अरब के क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने बयान किया है कि, इस्रायल भविष्य में सौदी का सहयोगी बन सकता है| इस पर ईरान ने यह बयान किया है|

सौदी के क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने अमरिकी पत्रिका से बातचीत करते समय इस्रायल भविष्य में सौदी का सहयोगी बनेगा, यह बयान करके ध्यान आकर्षित किया| इसके अलावा, सौदी और इस्रायल समान हित के लिए एकसाथ काम कर सकते हैं, यह भी क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद ने कहा| इसके बाद ईरान के राष्ट्रीय सुरक्षा काऊन्सिल के प्रमुख अली शामखानी का यह इशारा सामने आया है|

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‘इस्रायल’ अरब देशों का सबसे बड़ा शत्रु है – ईरान का सौदी को इशारा

मॉस्को/लंडन/तेहरान – अमरीका और ईरान के बीच परमाणु समझौते पर जारी चर्चा अंतिम चरण में होकर, जल्द ही यह समझौता होने के संकेत मिल रहे हैं। युरोपीय देशों ने इसकी जानकारी दी। ईरान ने इस समझौते के लिए अपने विदेश मंत्री को वियना रवाना करने का ऐलान किया है। इससे ऐसे दावे किए जा रहे हैं की आनेवाले कुछ ही घंटों में यह समझौता संपन्न होगा। लेकिन अमरीका और पश्चिमी देशों में रशिया पर लगाए प्रतिबंध इस परमाणु समझौते में रोड़ा पैदा कर सकते हैं, ऐसी चेतावनी रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लॅव्हरोव्ह ने दी।

ईरान के साथ परमाणु समझौते के लिए वियना में जारी चर्चाओं में सहभागी हुई ब्रिटिश राजनयिक अधिकारी स्टेफनी अल-काक ने सोशल मीडिया मैं अहम जानकारी दी। ‘‘हम ईरान के साथ परमाणु समझौता करने के बहुत नजदीक पहुँचे हैं। ब्रिटेन, फ्रान्स तथा जर्मनी इन ‘ई3’ देशों के चर्चा करनेवाले राजनयिक अधिकारी अगली तैयारी के लिए स्वदेश रवाना हो रहे हैं’’, ऐसा स्टेफनी ने घोषित किया।

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पश्चिमी देशों ने रशिया पर लगाए प्रतिबंध, ईरान के साथ हो रहे परमाणु समझौते में समस्या साबित होंगे – रशियन विदेश मंत्री सर्जेई लॅव्हरोव्ह

मॉस्को/लंडन/तेहरान – अमरीका और ईरान के बीच परमाणु समझौते पर जारी चर्चा अंतिम चरण में होकर, जल्द ही यह समझौता होने के संकेत मिल रहे हैं। युरोपीय देशों ने इसकी जानकारी दी। ईरान ने इस समझौते के लिए अपने विदेश मंत्री को वियना रवाना करने का ऐलान किया है। इससे ऐसे दावे किए जा रहे हैं की आनेवाले कुछ ही घंटों में यह समझौता संपन्न होगा। लेकिन अमरीका और पश्चिमी देशों में रशिया पर लगाए प्रतिबंध इस परमाणु समझौते में रोड़ा पैदा कर सकते हैं, ऐसी चेतावनी रशिया के विदेश मंत्री सर्जेई लॅव्हरोव्ह ने दी।

ईरान के साथ परमाणु समझौते के लिए वियना में जारी चर्चाओं में सहभागी हुई ब्रिटिश राजनयिक अधिकारी स्टेफनी अल-काक ने सोशल मीडिया मैं अहम जानकारी दी। ‘‘हम ईरान के साथ परमाणु समझौता करने के बहुत नजदीक पहुँचे हैं। ब्रिटेन, फ्रान्स तथा जर्मनी इन ‘ई3’ देशों के चर्चा करनेवाले राजनयिक अधिकारी अगली तैयारी के लिए स्वदेश रवाना हो रहे हैं’’, ऐसा स्टेफनी ने घोषित किया।

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