तुर्की की गतिविधियों के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय समुदाय आक्रामक
तुर्की को रोकने के लिए ग्रीस और ‘युएई’ का रणनीतिक साझेदारी समझौता
अथेन्स/अबुधाबी – तुर्की के बढ़ते वर्चस्ववादी क़ारनामें रोकने के लिए ग्रीस ने ज़ोरदार गतिविधियाँ शुरू की हैं। पिछले कुछ महीनों में ग्रीस ने, अमरीका के साथ फ्रान्स, इस्रायल, इजिप्ट एवं भारत के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए पहल की थी। इसमें अब ‘संयुक्त अरब अमीरात’ (युएई) का इज़ाफा हुआ है और ग्रीस ने इस देश के साथ सीधे रणनीतिक स्तर की साझेदारी एवं रक्षा सहयोग से संबंधित समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
शांति की भाषा कर रहें तुर्की के खिलाफ फ्रान्स की आलोचना
पैरिस/अंकारा – ‘तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन बीते कुछ दिनों से शांति की भाषा कर रहे हैं। लेकिन, ऐसी भाषा के साथ फिजूल बयानबाजी काम की नहीं है। तुर्की ने इसके अनुरूप की हुई कृती भी दिखाई देनी होगी’, ऐसें कड़े शब्दों में फ्रान्स के विदेशमंत्री जीन-य्वेस ले द्रिआन ने तुर्की को फटकार लगाई हैं। अगले महीने में तुर्की के मुद्दे पर युरोपिय महासंघ की बैठक हो रही है और इसमें तुर्की पर लगाए जा रहें प्रतिबंधों पर निर्णय होना है।
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‘रेड सी’ क्षेत्र में तुर्की के प्रभाव को मात देने के लिए इजिप्ट ने दिए इस्रायल और सुदान से हाथ मिलाने के संकेत
कैरो/जेरुसलम/अंकारा – तुर्की ने बीते कुछ वर्षों से सोमालिया में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश जारी रखी है। इसके ज़रिये, सामरिक दृष्टि से अहम ‘रेड सी’ पर नियंत्रण स्थापित करने की महत्त्वाकांक्षा तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन ने रखी है। लेकिन, इजिप्ट ने उनकी इन कोशिशों का विरोध करना शुरू किया है और तुर्की के इरादें नाक़ाम करने के लिए इस्रायल और सुदान के साथ मोरचा खोलने की तैयारी शुरू की है।
तुर्की अफ्रिकी देशों में फ्रान्स के खिलाफ असंतोष भड़का रहा है – फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन का आरोप
पैरिस – फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन ने, अफ्रिकी देशों में फ्रान्स के विरोध में बढ़ रहें असंतोष के लिए तुर्की और रशिया ज़िम्मेदार होने का आरोप किया है। ‘मैंने कट्टरवाद पर कार्रवाई करने का ऐलान किया, तब तुर्की और मुस्लिम ब्रदरहुड ने मेरे शब्दों का विपरित अर्थ लगाकर उत्तरी अफ्रिकी देशों में मेरे खिलाफ असंतोष भड़काया’, यह आरोप राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन ने किया है।
तुर्की को रोकने के लिए अमरीका और युरोप को एक साथ होना होगा – अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ
पैरिस – ‘तुर्की ने बीते कुछ महीनों में शुरू की हुईं गतिविधियाँ अधिक से अधिक आक्रामक होतीं हुईं दिख रहीं हैं। फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रोन के साथ हुई चर्चा के दौरान इस मुद्दे पर हमारी सहमति हुई है। तुर्की द्वारा जारी हरकतें तुर्की की जनता के हित में नहीं होंगी, इस बात का अहसास राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन को दिलाना होगा।
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