भगवान को एक प्यारी सी स्माईल दो (Give The Lord your warm smile)
सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने २७ मार्च २०१४ के प्रवचन में ‘भगवान को एक प्यारी सी स्माईल दो’ इस बारे में बताया।
सो पहले जान लें कि इस स्थान पर हम लोग बाबा की उपासना करने को आये हैं, इसका मतलब है यहां बाबा हैं। तो पहले स्माईल देना, ये क्या है, हमारा कर्तव्य है। भगवान को सुबह उठने के बाद भी, उसका चित्र हमारे सामने रहेगा, तो पहले give him a very good smile. Good Morning Sai!! Yes!
इसलिए क्या चाहिये? प्रार्थना चाहिये। हम लोग प्रार्थना यानी सिर्फ माँगना जानते हैं। नहीं, माँगना, it is a part of it. जरूर माँगो भाई। तुम्हारा बाप है, क्या प्रॉब्लेम है? माँगो, जरूर माँगो। लेकिन first give him a smile. उनको स्माईल देना है, हास्य देना, स्मित हास्य, इतना आवश्यक है। ऑफिस में जाते समय भी यही सोचो। ऑफिस में entry किया। यानी तुम्हारा साधा थोडा दुकान है या रस्ते पर की साधी टपरी है, या बडा big कोई १०० स्टोरे वाला बिल्डींग है। बिल्डिंग में entry करते समय, ओ साई, स्माईल। वहॉ से निकलते समय, स्माईल। किसको स्माईल देना है? बाबा को, जो ऑफिस में भी हैं।
भगवान को उनके बच्चों से कुछ नहीं चाहिये। एक प्यार चाहिये। सच्चा प्यार। ये जो हँसी है आपकी, ये प्रार्थना है बच्चों। इस हँसी को कायम रखना उसके साथ। ये हँसी उसके लिये प्रार्थना होती है। आपने देखी है, आपके घर में झाँककर देखो, जब आपने गिफ्ट लाया और आपका बच्चा हँसा, तो क्या हुआ? आप प्रसन्न हुए। right? तब आपके बच्चे की हँसी देखकर आप एक इन्सान प्रसन्न हो जाते हो, तो भगवान नही होगा? यानी हँसी ही प्रार्थना है। समझे? हँसी प्रार्थना है। सो आज से हम लोग उसको एक स्माईल जरुर देंगे।
भगवान को एक प्यारी सी स्माईल दो, इस बारे में हमारे सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने प्रवचन में बताया, जो आप इस व्हिडिओ में देख सकते हैं।
॥ हरि ॐ ॥ ॥ श्रीराम ॥ ॥ अंबज्ञ ॥