मेरे जीवन में गृहस्थी एवं परमार्थ को एकसाथ सुफल संपूर्ण बनाने के लिए मुझे जिस जिस बात की आवश्यकता है, वह प्रत्येक बात सद्गुरुतत्त्व के पास भरपूर है और वह उचित समय पर मुझे वह हर एक बात देने ही वाला है l मुझे जो भी माँगना है, वह मैं सद्गुरु से ही माँगूंगा और सद्गुरु के अलावा किसी और से कुछ भी स्वीकार नहीं करूँगा यह निर्धार श्रद्धावान के मन में रहना चाहिए l दृढ विश्वास ही आवश्यक है इस बारे में परम पूज्य सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापु ने अपने दि. 8 मई 2014 के हिंदी प्रवचन में बताया, जो आप इस व्हिडियो में देख सकते हैंl
॥ हरि ॐ ॥ ॥ श्रीराम ॥ ॥ अंबज्ञ ॥