अपनी तुलना दूसरों से मत कीजिए (Don't compare yourself to anyone else) - Aniruddha Bapu
परमपूज्य सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने २२ अक्तूबर २०१५ के पितृवचनम् में ‘ अपनी तुलना दूसरों से मत कीजिए ’ इस बारे में बताया।
दूसरे के साथ अपनी भक्ति की तुलना कभी मत करना | मैने बार बार कहा है कि एक चम्मच है, पानी से भरा हुआ और एक गिलास है जो पानी से ३/४ भरा हुआ है और एक ड्रम है जो पानी से आधा भरा हुआ है। चम्मच फुल भरा हुआ है। फुल भरा हुआ यानी उस में कितना पानी होगा? १० मिलीलिटर। और ग्लास में वो ३/४ (पाउना) भरा हुआ है। तो कितना है? २०० मिलीलिटर होगा। ड्रम जो आधा भरा हुआ है उसमे २ लिटर होगा। लेकिन सब से बेस्ट क्या है? चम्मच। उसकी ताकद, क्षमता, कपॅसिटी जितनी है उससे वो फुल है, यह अनिरुद्ध बापू ने कहा।
आगे अनिरुद्ध बापू ने बताया कि हम लोगों को यही देखना चाहिए कि दूसरों के साथ खुद की तुलना मत करना। मैंने क्या बताया? वो जो मॉ का बेटा है, परमात्मा है, जो प्रजापतिब्रह्मा के रूप में सृष्टि बनाता है, हर एक इन्सान को जन्म देता है। हर एक इन्सान को जन्म देकर वो क्या करता है? उस ढांचे को, उस मोल्ड को मोड देता है। एक जैसा दूसरा कोई नहीं बनता। कभी नहीं बनाया। ओके। उसका मन भी अलग, तन भी अलग, सब कुछ अलग होता है। दिखने में साम्य हो सकता है, हर एक का मूल अलग होता है। हर एक का ढांचा अलग है। उसका ढांचा उसकी मूर्ति बनाने के बात फोडा जाता है।
यानी मैं बार बार तुम्हें कहता हूं कि तुम्हारे सद्गुरू के पास तुम्हारे हर एक की क्यू (que) अलग है। तुम्हारी क्यू में तुम्हारे आगे और दूसरा कोई घुस नहीं सकता। और तुम्हारे पीछे भी कोई नहीं होगा। हर एक जन अपनी अपनी भक्तिगंगा में हम लोग अकेले ही चलते रहते हैं। हर एक को सिर्फ क्या देखना है? मै कल कहॉ था और आज कहॉ हूं? मैं कम से कम एक कदम तो आगे जा रहा हूं या नहीं, बस खुद के साथ कंपॅरिझन करना। Don't compare yourself to anyone else. Please No! not correct.
अपनी तुलना दूसरों से मत कीजिए , इस बारे में परमपूज्य सद्गुरु श्री अनिरुद्ध बापू ने २२ अक्तूबर २०१५ के पितृवचनम् में बताया, जो आप इस व्हिडियो में देख सकते हैं।
॥ हरि ॐ ॥ ॥ श्रीराम ॥ ॥ अंबज्ञ ॥