भारत के पड़ोसी देशों में चीन का खतरा बढा
चीन की बढ़ती दखलअंदाज़ी के विरोध में नेपाल में हुए प्रदर्शन
नई दिल्ली – नेपाल के अंदरूनि मामलों में चीन की दखलअंदाज़ी बढ़ रही है और प्रधानमंत्री के.पी.शर्मा की कुर्सी बचाने के लिए नेपाल में नियुक्त चीन की राजदूत कोशिश कर रही हैं, ऐसीं ख़बरें प्राप्त हो रही हैं। चीन की राजदूत होउ यांकी पिछले तीन दिनों से, नेपाल की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बैठकें कर रही हैं। चीन की यह बढ़ती दखलअंदाज़ी नेपाल के विपक्ष और जनता को मंजूर नहीं है। इसका निषेध दर्ज़ करने के लिए यहाँ के चीन के दूतावास के बाहर प्रदर्शन हुए।
आगे पढे : http://www.newscast-pratyaksha.com/hindi/protests-in-nepal-against-china-increasing-interference/विस्तारवादी चीन को भूटान ने लगाई फटकार
नई दिल्ली – भूटान के साकतेंग अभ्यारण्य पर अपना अधिकार होने का अजब दावा चीन के विदेश मंत्रालय ने किया है। साथ ही, इस विवाद में तीसरा देश ना पड़ें, यह कहकर चीन ने भारत को लक्ष्य किया है। लेकिन, साकतेंग अभयारण्य पर अपना सार्वभूम अधिकार होने की बात कहकर, भूटान ने चीन का दावा ठुकराया है। इसी बीच, भूटान के जिस क्षेत्र पर चीन दावा जता रहा है, वह अरुणाचल प्रदेश की सीमा से सटा हुआ है।
आगे पढे : http://www.newscast-pratyaksha.com/hindi/bhutan-explicitly-denounced-expansionist-china/म्यानमार स्थित आतंकवादी संगठनों को चीन की सहायता – म्यानमार के लष्करप्रमुख का आरोप
मॉस्को/नेप्यितौ – म्यानमार के उत्तरी प्रांत में सक्रिय होनेवाले आतंकवादी संगठनों को चीन से सहायता मिल रही है, ऐसा आरोप म्यानमार के लष्करप्रमुख ने खुलेआम किया है। एक रशियन वृत्तवाहिनी को हाल ही में दिए इंटरव्यू में यह आरोप करते समय, म्यानमार में चल रहीं आतंकी हरकतों को ख़त्म करने के लिए आंतर्राष्ट्रीय समुदाय सहायता करें, ऐसा आवाहन भी लष्करप्रमुख जनरल मिन आँग हलँग ने किया। कोरोना के साथ ही, चीन की वर्चस्ववादी हरकतों के विरोध में भी आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचंड ग़ुस्सा होकर, छोटे देशों ने भी चीन के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने की शुरुआत की है।
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