विश्व को थर्रानेवाली ‘ आयएस ’ - भाग 3
अस्साद सरकार को गिराने के लिए लडनेवाले आतंकी संघटनों में जबात अल नुस्र और ’ आयएस ’ का समावेश था। ’आयएस’ की विशेषता यह है कि इस संघटना का सीरिया के साथ ही इराक में भी प्रभावक्षेत्र था।
अस्साद सरकार को गिराने के लिए लडनेवाले आतंकी संघटनों में जबात अल नुस्र और ’ आयएस ’ का समावेश था। ’आयएस’ की विशेषता यह है कि इस संघटना का सीरिया के साथ ही इराक में भी प्रभावक्षेत्र था।
क्योंकि आयएस के उभरने के बाद और इस संघटना द्वारा घटित अमानुष हत्याकांडों के बाद, इराक के अधिकांश सैनिक लडे बगैर ही भाग गए।
आयएस प्रमुख बगदादी द्वारा ऐलान किए हुए ‘इस्लामिक स्टेट’ की सीमारेखा में ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान यह मध्य एशियाई देश भी शामिल हैं। इसलिए ‘आयएस’ अब ईरान के परमाणुअस्त्र संपादन करने के भयंकर षडयंत्र में जुटा है।